वैश्वीकरण ने हमें एक ऐसी कंपनी में बदल दिया है जो दुनिया खोजती है, ना सिर्फ बेंचने या खरीदने के लिए बल्कि बौद्धिक पूँजी तलाशने के लिए भी- दुनिया की सबसे बेहेतरीन प्रतिभाएं और महानतम विचार.
अपने हर एक एक्शन पर, मैं खुद से पूछुंगा, क्या ये बाल्टीमोर, शिकागो, डेट्रॉइट, फर्ग्युसन, में मौजूद यंग अमेरिकन्स की लाइफ बेटर बनाता है, क्योंकि उन्हें भी अपने सपनो को जीने का उतना ही अधिकार है जितना अमेरिका के किसी और बच्चे को है?