कोई भी क्रोधित हो सकता है- यह आसान है, लेकिन सही व्यक्ति से सही सीमा में सही समय पर और सही उद्देश्य के साथ सही तरीके से क्रोधित होना सभी के बस की बात नहीं है और यह आसान नहीं है.
उत्कृष्टता वो कला है जो प्रशिक्षण और आदत से आती है. हम इसलिए सही कार्य नहीं करते कि हमारे अन्दर अच्छाई या उत्कृष्टता है, बल्कि वो हमारे अन्दर इसलिए हैं क्योंकि हमने सही कार्य किया है. हम वो हैं जो हम बार-बार करते हैं. इसलिए उत्कृष्टता कोई कार्य नहीं बल्कि एक आदत है.